यादों के झरोखे से लेखनी कहानी मेरी डायरी-14-Nov-2022 भाग 9
15 मार्च २०२२
15 मार्च को मै फतेहाबाद में था उस दिन हम पूरे मोहल्ले के पुरुष व महिलाऔ ने फतेहाबाद के श्याम मन्दिर में बाबा का निशान चढा़ने का प्रोग्राम बनाया और सभी ने मिलकर बाबा की 51ध्वजा मंगवाई और सुबह छः बजे सभी लोग ध्वजा उठाने इच्छापुरी महादेव मन्दिर में पहुँचगये।
मन्दिर में पूजा की और वहाँ से सभीने बाबा का निशान उठा लिया। हम सभी बाबा श्याम के जयकारे लगाते हुए श्याम मन्दिर की तरफ प्रस्थान करने लगे। हम सिरसा रोड से बस स्टैन्ड होते हुए लाल बत्ती चौक पहुँच गये।
वहाँ से बाजार में होते हुए जवाहर चौक पर पहुँचे तब तक हमने देखा वहाँ और कई जगह से ध्वजा आई हुई है अब वहाँ का नजारा देखने लायक था पूरा जवाहर चौक श्याममय होरहा था सभी आपसमें गुलाल लगाकर नाच रहे थे।
वहाँ का नजारा बहुत अद्भुत होगया था।
वहाँ से सभी लोग श्याम बाबा के जयकारे लगाते हुए। मन्दिर की तरफ चलने लगे । चारों ओर श्याम बाबा की ध्वजा लहरारही थी। भजन कीर्तन और बाबा के जयकारौ की आवाज सुनाई दे रही थी।
सभी लोग श्याम के दरबार में पहुँच गये वहाँ ध्वजा चढा़ई बाबा की आरती में हिस्सा लिया। उसके बाद वहाँ हवन होरहा था सभी ने उसमें हिस्सा लिया।
बाबा की द्वादशी थी इस लिए खीर का प्रसाद बना था सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस तरह श्याम बाबा के दरवार में हाजिरी लगाकर घर बापिस आगये।
अब होली का त्योहार भी नजदीक था। 18 मार्च की होली थी । 17 मार्च को होलिका दहन होना था। अतः हम सभी ने मिलकर अपने मुहल्ले में होलिका दहन किया।
सभी मुहल्ले बासियों ने होलिका दहन करने के बिद एक दूसरे को बधाई दी। इस तरह 17 मार्च को होलिका दहन भी होगया अब अडले दिन होलीका फाग था।
आगे का वर्णन अगले भाग में
यादों के झरोखे से २०२२
नरेश शर्मा " पचौरी "
Radhika
09-Mar-2023 12:58 PM
Nice
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shweta soni
03-Mar-2023 10:19 PM
👌👌👌
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अदिति झा
03-Mar-2023 02:36 PM
🙏🏻🙏🏻
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